कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की इंदिरा भवन में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी से मुलाकात हुई. सूत्रों का कहना है कि इस दौरान संगठन सृजन यानी जिलाध्यक्ष बनाने की नई प्रक्रिया पर चर्चा हुई. इसके साथ ही आलाकमान ने बेंगलुरु हादसे में कार्रवाई करने में भविष्य में भी कोई कोताही ना बरतने और किसी तरह की ढील ना देने की ताकीद की. साथ ही भविष्य में ऐसा हादसा न हो, इसका ध्यान रखने के लिए कहा गया.
बेंगलुरु में 4 जून को मची भगदड़ पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. सिद्धारमैया की खरगे और राहुल से मुलाकात के पहले कर्नाटक के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने बताया था कि आरसीबी की विक्ट्री परेड के दौरान स्टेडियम के बाहर भगदड़ की घटना पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री आलाकमान से मिलने आए हैं. पार्टी आलाकमान ने उन्हें बुलाया है.
सरकार की ओर से लापरवाही हुई?
मंत्री सतीश ने कहा कि जांच की जा रही है कि क्या सरकार की ओर से किसी तरह की लापरवाही हुई है? अंतिम जांच रिपोर्ट आने पर सच सामने आ जाएगा. वो केंद्रीय मंत्रियों से मिलने और राज्य परियोजनाओं पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं. सीएम सिद्धारमैया और शिवकुमार ने कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात की.
भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी
4 जून को आरसीबी की आईपीएल के फाइनल मुकाबले में जीत का जश्न मनाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक समारोह आयोजित किया गया था. अपने चहेते खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ जमा हुई थी. इस दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी. 56 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
इस घटना के बाद राज्य सरकार को आलोचना का शिकार होना पड़ा. राज्य में विपक्षी पार्टी भाजपा और जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. इन दलों ने सीएम और डिप्टी सीएम के इस्तीफे की मांग की. इस घटना से खुद को अलग करते हुए सिद्धारमैया ने कहा था कि उन्हें देर से सूचना दी गई थी. सरकार ने इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया था.